एकल विद्यालय अभियान के तहत प्रोत्साहन के रूप में आचार्य बहनों को साड़ी व सभी आचार्यों को कुर्ता पजामा का कपड़ा दिया गया
उमेश चन्द्र त्रिपाठी
फरेंदा /महराजगंज (हर्षोदय टाइम्स): ! देश की प्रगति में एकल विद्यालयों का महत्वपूर्ण योगदान है। फरेंदा स्थित पूर्व विधायक चौधरी शिवेंद्र सिंह के आवास पर हुई एक बैठक में बतौर मुख्य अतिथि रहे पूर्व विधायक चौधरी शिवेंद्र सिंह जी के सुपुत्र रवींद्र बहादुर चौधरी ने उक्त बातें कही। उन्होंने कहा कि एकल के कार्यों के प्रयास से उत्तर प्रदेश,झारखंड ,बिहार सहित देश के कई राज्यों में अवैध मतांतरण में कमी आई है।
उन्होंने कहा की एकल विद्यालय अभियान का काम आज पूरे देश में चल रहा है। हम शिक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य,स्वावलंबन,ग्राम विकास, संस्कार आदि के क्षेत्र में काम कर रहे हैं। देश के एक लाख 10 हजार से अधिक गांवों में एकल विद्यालयों का काम है। गांवों का विकास हमारी प्राथमिकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी समय-समय पर एकल विद्यालय के कार्यों की सराहना करते रहते हैं। देश की योजनाओं को गांवों तक पहुंचाने में एकल विद्यालय एक बड़ा तंत्र बन सकता है।
इसी कड़ी में एकल अभियान के प्रभारी परमात्मा अग्रहरि ने कहा की गांवों को मजबूत बनाने के लिए एकल विद्यालय प्रयासरत हैं।
उन्होंने कहा कि देश के 90 प्रतिशत लोगों का जीवन यापन गांवों की आर्थिक स्थिति पर निर्भर है। इसलिए हम लोगों ने किसानों, महिलाओं व युवाओं के लिए कार्यक्रम तय किए हैं। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि शहरों में इतनी क्षमता है कि गांव के लोगों का दुख दूर कर सके। इसलिए गांवों को मजबूत बनाने के लिए एकल विद्यालय प्रयासरत हैं।
देश की प्रगति में एकल विद्यालय का महत्वपूर्ण योगदान
इस अवसर पर उपस्थित रही अंचल अध्यक्ष अंजुला अग्रहरी ने कहा कि देश की प्रगति में एकल विद्यालय का महत्वपूर्ण योगदान है। वहीं डॉ.ज्योतिष शंकर वर्मा ने कहा कि विद्या का अति उत्तम लक्ष्य चरित्र निर्माण है इस काम में एकल विद्यालय अभियान लगा हुआ है।
एकल विद्यालय अभियान के बच्चे भी टैब से पढ़ रहे हैं शिवम जायसवाल, अमरीष राव लल्लन ने कहा कि आज जंगल के बीच गांवों में रहने वाले एकल विद्यालय अभियान के बच्चे भी टैब से पढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य के क्षेत्र में हम लोग काम कर रहे हैं और टेलीमेडिसिन के माध्यम से अमेरिका में बैठे डाक्टरों से भी बात कराया जाता है। ग्राम विकास के क्षेत्र में किसानों को जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। पोषण वाटिका के माध्यम से गांवों में एनीमिया को दूर करने में बड़ी सफलता मिली है।
इस दौरान मौजूद रहे अभय सिंह , चंद्रभान, चंदा , पूनम, अनीता सुमन, सावित्री, निकिता ,मीरा अनामिका एकल विद्यालय के सैकड़ों आचार्य मौजूद रहे ।