सिसवा चीनी मिल खराबी के कारण हुई बंद , खड्डा व रामकोला मिल को गन्ना आवंटित

महाराजगंज

सिसवा बाजार/महराजगंज (हर्षोदय टाइम्स)- छह दिनों से खराब पड़ी सिसवा आईपीएल चीनी मिल ने आखिरकार बुधवार को जवाब दे दिया। छठवें दिन मुजफ्फरनगर के तिताबी चीनी मिल से आया अल्टीनेटर को लगाकर मिल शुरू तो हुआ, लेकिन मात्र तीन घंटे चलने के बाद वह भी जवाब दे दिया। ऐसे में मिल प्रबंधन और गन्ना विभाग ने मिल को बंद करने का निर्णय लिया है। साथ ही यहां का आवंटित गन्ना रामकोला और खड्डा मिल को आवंटित कर दिया गया है।

सिसवा आइपीएल चीनी मिल को इस वर्ष कुल 65 लाख क्विंटल गन्ने का आवंटन किया गया था। इसमें से अबतक मिल ने करीब 27 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई कर चुकी है। इसी बीच 28 मार्च को चालू सीजन में ही मिल में तकनीकी खराबी होने के कारण मिल अचानक बंद हो गया। जिसके बाद किसानों ने हंगामा शुरु कर दिया था। जिला प्रशासन के दबाव को देखते हुए मिल प्रबंधन ने मिल को चालू करने के लिए मरम्मत शुरू की तो पता चला कि अल्टीनेटर खराब हो गया है। जिसके बाद मुजफ्फरनगर के तिताबी चीनी मिल से नया अल्टीनेटर मंगाया गया, मंगलवार की देर शाम अल्टीनेटर आने के बाद उसे लगाकर तैयार किया गया। बुधवार की दोपहर में मिल शुरू किया गया, लेकिन मात्र तीन घंटे चलने के बाद ही मिल बंद हो गई।

जिला गन्ना अधिकारी ओमप्रकाश सिंह यादव ने बताया कि सिसवा चीनी मिल खराबी के कारण बंद हो गई है। अब तक सिसवा चीनी मिल गेट पर पहुंचे समस्त गन्ने को खड्डा चीनी मिल भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। शेष खेतों में खड़े लगभग पांच लाख क्विंटल गन्ने को रामकोला चीनी मिल को आवंटित कर दिया गया है। किसानो की सुविधा के लिए सिसवा चीनी मिल गेट को ही केंद्र बना दिया गया है, जिससे किसानो को कोई समस्या न हो।

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